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भारत में पुलिस रैंक और प्रतीक चिन्हों के बारे में जानें

भारत में पुलिस बल को एक अधिकारी के रैंक और अधिकार को दर्शाने के लिए विभिन्न रैंकों और प्रतीक चिन्हों के साथ पदानुक्रम में व्यवस्थित किया जाता है। यहां पदानुक्रम के क्रम में भारत में पुलिस रैंक और चिन्ह जानें।
पुलिस महानिदेशक (DGP)
DGP पुलिस का विभागाध्यक्ष होता है। इसमें अशोक स्तंभ के तीन शेरों वाला राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह, एक स्टार, क्रॉस, तलवार और IPS का बैज लगा होता है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP)
एडीजीपी को डीजीपी से कनिष्ठ माना जाता है। ADG जोनल प्रमुख के रूप में तैनात होते हैं और इनके कंधे पर एक क्रॉस्ड तलवार, डंडे के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक एवं IPS बैज होता है।
पुलिस महानिरीक्षक (IG)
IG पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी होते हैं। जोकि IPS के अंतर्गत आते हैं। इनके कंधे पर एक तलवार चिन्ह, एक स्टार और IPS बैज भी शामिल होता है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG)
देश के जिन शहरों में कमिश्नर प्रणाली लागू है उनमें से भी कुछ में ये एक ADCP के तौर पर काम करते हैं। इनके कंधे पर एक अशोक स्तंभ के साथ 3 स्टार और IPS बैज लगा होता हैं।
एसपी
ये IPS स्तर के अधिकारी होते हैं। इनकी वर्दी पर एक अशोक स्तंभ, एक स्टार और एक IPS का बैज लगा होता है।
एडिशनल एसपी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की वर्दी पर अशोक स्तंभ लगा होता है। अधिकांश राज्यों में ये IPS अधिकारी होते हैं।
डीएसपी
हर राज्य में DSP का कार्यभार अलग-अलग होता है। इनकी वर्दी पर तीन स्टार होते हैं और राज्य पुलिस सेवा का बैज भी शामिल होता है।
पुलिस निरीक्षक
पुलिस निरीक्षक के पास किसी थाने की जिम्मेदारी होती है। उस स्थिति में इन्हें थानाध्यक्ष या थाना प्रभारी भी कहा जाता है।
उप पुलिस निरीक्षक (SI)
पुलिस विभाग का प्रथम विवेचक अधिकारी और उसके साथ-साथ चौकी इंचार्ज का कार्य करने वाला पद सब इंस्पेक्टर का होता है। इनकी वर्दी पर दो स्टार होते है।
सहायक उप पुलिस निरीक्षक (ASI)
ये उप पुलिस निरीक्षक से एक क्रम नीचे होता है। इनकी वर्दी में एक स्टार, फीता और राज्य पुलिस का बैज लगा होता है।
हेड कांस्टेबल
कांस्टेबल में सबसे बड़ा पद हेड कांस्टेबल का होता है। इनकी वर्दी पर काले रंग की पट्टी पर पीले रंग की 2 पट्टी लगी होती है। यह राज्य के अनुसार अलग-अलग रंग की भी होती है।
कांस्टेबल
कांस्टेबल एक सादी वर्दी पहनता है, जिसमें एक भी बैज या स्टार नहीं लगे होते हैं। यह पुलिस बल में सबसे कम रैंक वाला पद होता है।